rajputo se ek nivedan
rajputo se ek nivedan
rajputo se ek nivedan- Must read all rajput brothers. banna and baisaa must read this article.
आप सभी राजपूतो को चाहे वो राजपूत बन्ना हो कुँवर हो या बाईसा या कुँवरानी हो एक निवेदन करना चाहता हु, अब अपने सम्मान को थोड़ा और अच्छे से संभाले ,
कुछ प्रश्न पूछना चाहता हु। आज्ञा दीजिये ?
कुत्तो की हिम्मत कैसे हुई, शेरो से आँख मिला बैठे
या तो कुत्तो में ताकत आई, या शेर बुजदिल बन बैठे…??
या वो उबाल खून का , सिंह अपना भूल गया ,
उसका हल्दी घाटी का रक्त , गंदे पानी से धूल गया ?
गीदड़ ने आखिर कैसे, शेरो का रास्ता मोड़ दिया
क्या गीदड़ में है दम या शेरो ने शिकार करना छोड़ दिया…???
शायद अब शेरनियो ने शेरो को जनना छोड़ दिया
या खून शेरो का पानी है, तभी तो लड़ना छोड़ दिया।
कुत्ते करेंगे राज अब, और शेर मांद में सोयेगा,
बैठ कही किसी कोने में फिर, किस्मत को अपनी रोयेगा।
थुकेगी दुनिया गर शेर होकर, तुम कुत्तो से डर जाओगे
फट जायेगा कलेजा कुत्तो का, जो एक बार गुर्राओगे..
अब आप समझ गए होंगे वो कुत्ते कौन है ?
जय राजपूताना
Thanks For Reading – rajputo se ek nivedan
jai shree Krishna hokm
bhut had tak aap ki kavita me jo humRi genrastion k prati rosh hai, wo kattu satya h.
parntu hokm..
hum bhi shatriya h….masjid chowrahey ko bajrang chok bna diya h..jo old state time pr tha.
jai shree Krishna
Dekhiye hukum rajput hai to zamana hai unka tevar aaj bhi wahi hai..bas jine ka tarika badla hai tevar nahi junun hosla aur pagalpan aaj bhi wahi hai jab 1 sher khada hota hai to sabme khauf aa jata hai isiliye log aaj bhi naam ke aage hukum lagate hai
Jai dev
Behtreen Kavita hukum dam hai apki baaton main par hukum aap sabhi rajpoot bhaiyo se anurodh hai ek ho jao bahut din ho gaye Singh garjna sune hue. Jai bhawani jai rajpoot a jai maharana
nice line or rajput wala atitude jo ki aaj cast or har kisi k paas hota h to jo rajput h vo apna attitude ko bdha sakteh
JAY MATAJI (GHANI KHAMA ) SAB KO .
JO PICHHE SE VAR KARTE HE USE KAYR KAHTE HE,
OR JO AAGESE VAR KARTE HE USE RAJPUTANA KAHTE HE.
Golden Rajput
लिखने बाले राजपूत भाई को सत् सत् नमन
मित्र लिखते रहो इसी बहाने ख़ून खौलता तो रहेगा आपका बहुतबहुत आभार ।
हमें तो बहाना चाहिए पहिचान दिखाने की, आज भी भुजाएँ तड़प उठती हैं जब कोई अपनी औक़ात से ऊपर बात करता है तो
अनूप राठोर
प्रशंसा के लिए धन्यवाद।
मैं भी आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूँ। जय महाराणा प्रताप जय राजपुताना ।